Chemotherapy

कीमोथेरेपी (रसायनचिकित्‍सा) : अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

कीमोथेरेपी (रसायनचिकित्‍सा) क्या है?

कीमोथेरेपी कैंसर के इलाज के लिए गोलियों, इंजेक्शन और ड्रिप के रूप में दवाओं का उपयोग है. इन दवाओं को एकल कर्मकों (एजेंटों) या उनके संयोजन के रूप में दिया जाता है.

कीमोथेरेपी कैसे काम करती है?

विभिन्न कीमोथेरेपी दवाओं के कैंसर कोशिकाओं को मारने के विभिन्न तरीके हैं. उदाहरण के लिए, कुछ दवाएं कोशिका की दीवार को नुकसान पहुंचाती हैं, अन्य दवाएं कोशिकाओं की वृद्धि को रोकती हैं और कुछ अन्य दवाएं डीएनए (DNA) को नुकसान पहुंचाकर कोशिका को नष्‍ट करती हैं.

कीमोथेरेपी कितनी बार दी जाती है?

कीमोथेरेपी चक्रों (साइकिल) में दी जाती है. एक विशिष्ट चक्र तीन सप्ताह तक रहता है लेकिन यह हर सप्ताह या हर दो या चार सप्ताह में हो सकता है. सामान्‍यतया 4-6 ऐसे चक्रों का उपयोग किया जाता है. उदाहरण के लिए, यदि एक चक्र हर 3 सप्ताह में है और 6 चक्रों की आवश्यकता है, तो कीमोथेरेपी 18 सप्ताह या 4.5 महीने तक रहती है. इसे कोर्स कहा जाता है.

कीमोथेरेपी देने में कितना समय लगता है?

कीमोथेरेपी की अवधि इस्‍तेमाल की जाने वाली दवाओं के प्रकार पर निर्भर करती है. कुछ दवाओं में एक मिनट से भी कम समय लगता है जबकि अन्य दवाएं एक घंटे से कुछ घंटों तक दी जाती हैं. कुछ कीमोथेरेपी अनुसूचियों में कई हफ्तों तक दवा का निरंतर जलसेक (infusion) शामिल होता है.

कीमोथेरेपी का उपयोग कब किया जाता है?

कीमोथेरेपी का उपयोग कैंसर उपचार प्रक्रिया के विभिन्न चरणों में किया जा सकता है. सबसे पहले, बायोप्सी से कैंसर के निदान की पुष्टि की जाती है. उसके बाद स्कैन सहित सभी परीक्षणों के परिणामों के आधार पर कैंसर का स्‍टेज (चरण) निर्धारित किया जाता है. फिर कैंसर के प्रकार, मरीज की फिटनेस और कैंसर के स्‍टेज के आधार पर उपचार के विकल्प बनाए जाते हैं. इसका निर्धारण सामान्‍यतया कैंसर विभव रूप से साध्‍य/चिकित्‍स्‍य होने या न होने के आधार पर किया जाता है.

विभव रूप से साध्‍य कैंसर

यहां, कैंसर के लिए दिए जाने वाले उपचार में इसे पूरी तरह से ठीक करने का संयोग होता है. इस सेटिंग में, कीमोथेरेपी का उपयोग निम्नलिखित तरीकों से किया जाता है:

नव सहऔषध (नियो-एडजुवेंट) : यह एक ऐसी सेटिंग है, जिसमें सर्जरी या रेडियोथेरेपी जैसे कैंसर के लिए एक निश्‍चायक उपचार से पहले कीमोथेरेपी का उपयोग किया जाता है. यहां कीमोथेरेपी का लाभ निश्चायक उपचार के प्रभाव को बढ़ाने के लिए है.

सहऔषध (एडजुवेंट) : यहां सर्जरी या रेडियोथेरेपी जैसे निश्चायक उपचार के बाद कीमोथेरेपी का उपयोग किया जाता है. फिर, यहां कीमोथेरेपी का लाभ निश्चायक उपचार के प्रभाव को अधिकतम करना है.

समवर्ती : यहां कीमोथेरेपी निश्चायक उपचार सामान्‍यतया रेडियोथेरेपी के साथ एक ही समय में दी जाती है. इस प्रकार के उपचार को समवर्ती कीमो रेडियोथेरेपी कहा जाता है.

केवल कीमोथेरेपी : कुछ कैंसर जैसे कि रक्त या लसीका तंत्र से उत्पन्न होने वाले कैंसर का इलाज कीमोथेरेपी से किया जाता है जिसे सर्वाधिक महत्वपूर्ण या उपचार का एकमात्र रूप माना जाता है.

असाध्‍य कैंसर

स्‍टेज 4 या असाध्‍य कैंसर के मामले में कैंसर को नियंत्रित करने, लक्षणों में सुधार लाने और लम्‍बे समय तक उत्‍तरजीविता में सहायता के लिए कीमोथेरेपी एक बहुत ही महत्वपूर्ण विकल्प है. कीमोथेरेपी के इस रूप को उपशामक (पैलिएटिव) कीमोथेरेपी कहा जाता है, जहां उद्देश्य इलाज नहीं है क्योंकि यह संभव नहीं है.

क्या मुझे कीमोथेरेपी कराने के लिए एक केंद्रीय लाइन डलवाने की आवश्यकता है?

सामान्‍यतया, कीमोथेरेपी हाथ के पीछे या प्रबाहु पर एक नस में दी जाती है. ऐसी स्थितियों में, जहां नसों के मिलने में कठिनाई होती है या जब कीमोथेरेपी का कोर्स लंबा होता है या जब कीमोथेरेपी के निरंतर जलसेक (infusion) की आवश्यकता होती है, तो उपचार को आसान बनाने के लिए एक केंद्रीय लाइन डाली जाती है. विभिन्न प्रकार की लाइनें/विधियां हैं जिनका इस्‍तेमाल किया जा सकता है जैसा कि इन्हें नीचे वर्णित किया गया है. अधिक विवरण के लिए, कीमोथेरेपी पद्धतियों पर अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न (एफएक्‍यू) देखें.

कीमोथेरेपी के अनुषंगी प्रभाव (साइड इफेक्ट्स) क्या होते हैं?

कीमोथेरेपी में कई दवाएं शामिल होती हैं और प्रत्येक दवा अलग अनुषंगी प्रभाव उत्‍पन्‍न कर सकती है. किसी मरीज द्वारा अनुभव किया जाने वाला अनुषंगी प्रभाव (साइड इफेक्ट) दी जाने वाली कीमोथेरेपी के प्रकार पर निर्भर करेगा. नीचे कुछ सामान्य अनुषंगी प्रभाव दिए गए हैं जो कई दवाओं के साथ हो सकते हैं. विशिष्ट दवाओं के अनुषंगी प्रभावों के लिए, कृपया इस्‍तेमाल की जाने वाली दवाओं का उत्पाद पत्रक (लीफलेट) देखें.

मतली और उल्टी: उल्टी कीमोथेरेपी का एक अनुषंगी प्रभाव (साइड इफेक्ट) है और इसलिए इस अनुषंगी प्रभाव (साइड इफेक्ट) को रोकने के लिए कीमोथेरेपी से पहले अच्छी दवाएं दी जाती हैं. उल्टी रोकने के लिए कीमोथेरेपी के बाद भी कुछ दिनों के लिए गोलियाँ (टैबलेट) लेनी पड़ती हैं.

बालों का झड़ना: यह कुछेक, न कि सभी कीमोथेरेपी दवाओं का अनुषंगी प्रभाव होता है. यदि ऐसा होने की संभावना है, तो आपका डॉक्टर आपको बताएगा. यदि बाल झड़ते हैं, तो यह पहले केमोथेरेपी चक्र के बाद दूसरे और तीसरे सप्ताह में होता है. कीमोथेरेपी पूरा होने के बाद बाल आमतौर पर वापस उग जाते हैं.

संक्रमण का खतरा: कीमोथेरेपी संक्रमण से बचाव करने वाली रक्त कोशिकाओं (श्वेत रक्त कोशिकाओं) की संख्या कम करती है. इसलिए, उपचार की अवधि के दौरान संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. यदि मरीज 100F से अधिक बुखार होता है या अस्वस्थ महसूस करता है, तो मरीज को तत्काल चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए क्योंकि संक्रमण जल्दी से बढ़ सकता है.

रक्तस्राव का खतरा: श्वेत रक्त कोशिकाओं की तरह ही, रक्त में प्लेटलेट्स नामक अन्य कोशिकाएं भी कीमोथेरेपी के बाद कम हो सकती हैं. यह रक्तस्राव के जोखिम को बढ़ाता है और इसलिए रक्तस्राव के किसी भी लक्षण को तत्काल डॉक्टर को सूचित किया जाना चाहिए.

अरक्‍तता (एनीमिया) : रक्त में कम हीमोग्लोबिन (Hb), जिसे एनीमिया भी कहा जाता है, कीमोथेरेपी का एक अनुषंगी प्रभाव हो सकता है.

स्वाद की हानि: कीमोथेरेपी जिह्वा पर स्वाद-कलिकाओं (taste buds) की संख्या को कम कर देती है और इसलिए भोजन पहले की तरह स्वाद नहीं देता है. कम भूख के साथ यह अच्छी तरह से खाने की क्रिया को मुश्किल बनाता है.

थकान और कमजोरी: यह कीमोथेरेपी का एक सामान्य अनुषंगी प्रभाव है और उपयोग की जाने वाली दवाओं और मरीज की स्‍वस्‍थता (फिटनेस) के आधार पर परिवर्तनशील है.

रजोधर्म (पीरियड्स) पर असर: जिन महिलाओं की कीमोथेरेपी होती है, उनमें रजोधर्म (पीरियड्स) अस्थायी या स्थायी रूप से रुक सकता है. यह वृद्ध महिलाओं में स्थायी रूप से रुकने की प्रवृत्ति रखता है जो रजोनिवृत्ति के करीब हैं. युवा महिलाओं में, रजोधर्म का अस्थायी ठहराव हो सकता है, लेकिन कीमोथेरेपी पूरी करने के कुछ महीनों बाद यह वापस आ सकता है.

प्रजनन क्षमता कम होना: कीमोथेरेपी से प्रजनन क्षमता कम हो सकती है, अर्थात यदि कीमोथेरेपी दी जाती है तो इससे बाद में बच्चा होने की संभावना कम हो सकती है. इसलिए, उन मरीजों में जिन्होंने एक परिवार पूरा नहीं किया है, लेकिन कीमोथेरेपी की आवश्यकता है उपलब्ध विकल्पों पर चर्चा करने के लिए एक प्रजनन विशेषज्ञ से मिलना चाहिए. प्रजनन संरक्षण के विकल्पों में पुरुष के मामले में शुक्राणु बैंकिंग शामिल है जहां उपचार शुरू करने से पहले वीर्य एकत्र किया जाता है और संग्रहीत किया जाता है. महिलाओं के मामले में, विकल्प में डिम्‍बाणुजनकोशिकाओं (अंडे) का भंडारण या भ्रूणों का भंडारण शामिल है.

दवाओं पर निर्भर अनुषंगी प्रभाव: होने वाले कुछ अनुषंगी प्रभाव कीमोथेरेपी के रूप में इस्‍तेमाल की जाने वाली दवाओं के प्रकार पर निर्भर करते हैं और सामान्‍य अनुषंगी प्रभाव नीचे दिए गए हैं:

प्लेटिनम दवाइयां: प्लैटिनम दवाएं जैसे कि सिस्प्लैटिन (Cisplatin) और कार्बोप्लाटिन (Carboplatin) गुरदे (किडनी) को प्रभावित कर सकती हैं और गुरदे (किडनी) की क्रिया की बारीकी से निगरानी की आवश्यकता होती है. सिस्प्लैटिन (Cisplatin) कम सुनवाई का कारण बन सकता है. ऑक्सिप्लिप्टिन (Oxaliplatin) से तंत्रिकाविकृति (neuropathy) उत्‍पन्‍न हो सकती है जिससे हाथ और पैरों में झुनझुनी हो सकती है.

टैक्सेन: डॉकैटेक्सेल (Docetaxel) और पैक्लिटैक्सेल (Paclitaxel) जैसी सामान्य टैक्सेन दवाओं तंत्रिकाविकृति (neuropathy) उत्‍पन्‍न हो सकती है जिससे हाथों और पैरों में झुनझुनी और सुन्नता पैदा हो सकती है. इनसे श्लेष्माशोथ भी हो सकता है जिससे मुंह में छाले पड़ सकते हैं, पेट में दर्द और पतली टट्टी हो सकती है. बाल झड़ते हैं और नाखूनों में बदलाव भी होता है.

कैपेसिटाबाइन (Capecitabine) और फ्लूरौरासिल (Fluorouracil) : इन दवाओं का आमतौर पर उपयोग किया जाता है और इनसे मुंह में छाले पड़ सकते हैं, पतली टट्टी हो सकती है, हाथों और पैरों की लाली और दर्द हो सकता है, त्वचा रूखी हो सकती है और त्वचा फट सकती है.

एन्थ्रासाइक्लाइंस (Anthracyclines) : ये दवाएं दीर्घावधि में हृदय को प्रभावित कर सकती हैं और इन दवाओं को लेने वाले किसी भी व्‍यक्‍ति को इकोकार्डियोग्राम और ईसीजी कराना पड़ता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनके हृदय की क्रियाएं पर्याप्त हैं.

कीमोथेरेपी में कितना खर्च आता है?

कीमोथेरेपी में टैबलेट, इंजेक्शन और ड्रिप सहित विभिन्न रूपों में दी गई कई दवाएं शामिल होती हैं. इन दवाओं में से प्रत्येक की कीमत होती है. जहां इन दवाओं में से कुछ की कीमत 100 रुपये से कम है, कुछ दवाओं की कीमत 100,000 रुपये या उससे अधिक हो सकती है. इसलिए, कीमोथेरेपी उपचार की लागत कैंसर के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली दवाओं के प्रकार पर निर्भर करती है. दवाओं की कीमत के साथ, बिस्तर शुल्क, नर्सिंग और डॉक्टर शुल्क जैसे अन्य शुल्क जोड़े जाते हैं. उपचार शुरू होने से पहले डॉक्टर से कीमोथेरेपी के प्रत्येक चक्र की अनुमानित लागत के बारे में पूछना महत्वपूर्ण होता है.

कीमोथेरेपी के दौरान होने वाले अन्य खर्चों पर विचार करना भी महत्वपूर्ण होता है. इनमें उपचार के किसी भी अनुषंगी प्रभाव का प्रबंधन करने के लिए अस्पताल भर्ती से संबंधित खर्चे शामिल होते हैं.

मुझे कैसे पता चलेगा कि कीमोथेरेपी काम कर रही है?

उपचार के दो या तीन चक्रों के बाद एक स्कैन विशिष्‍ट रूप से किया जाता है और उपचार की शुरुआत से पहले के स्कैन के साथ इसकी तुलना की जाती है. यह हमें यह बताने में सक्षम करेगा कि उपचार काम कर रहा है या नहीं. कुछ कैंसर जैसे स्तन, प्रोस्टेट, डिम्बग्रंथि, बृहदान्‍त्र या अग्नाशय के कैंसर में ट्यूमर मार्कर रक्त परीक्षण होते हैं जो यह भी बता सकते हैं कि कैंसर उपचार पर प्रतिक्रिया दे रहा है या नहीं.